पंजाब बैडमिंटन एसोसिएशन के चुनाव से पहले एक बार फिर से लुधियाना शास्त्री बैडमिंटन हॉल पर कब्जे का मामला
- Ludhiana Plus
- Mar 21
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लुधियाना 21 मार्च,

पंजाब बैडमिंटन एसोसिएशन के चुनाव से पहले एक बार फिर से लुधियाना शास्त्री बैडमिंटन हॉल का मामला गर्मााता दिखाई दे रहा है। अंतर राष्ट्रीय खिलाडी आनंद तिवारी ने करोड़ों के शास्त्री बैडमिंटन हॉल पर नाजायज़ कब्ज़े के आरोप लगाए हैं और पिछले 15 वर्षों से अनधिकृत रूप से लुधियाना बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव अनुपम कुमरिया के नियंत्रण में होने की शिकायत डिप्टी कमिश्नर व कमिश्नर आफ पुलिस की दी है। आपको बता दें 1970 के दशक में बना यह अत्याधुनिक स्टेडियम, जो प्रतिदिन करीब 400 खिलाड़ियों को सेवा प्रदान करता है, तकनीकी रूप से लुधियाना नगर निगम के स्वामित्व में है। शिकायत में आरोप लगाए गए हैं कि बिना किसी आधिकारिक अनुमति के, अनुपम कुमरिया ने इसे अपने व्यक्तिगत साम्राज्य की तरह संचालित किया है। उन्होंने अपने घर के पते पर अनधिकृत बैडमिंटन अकादमी पंजीकृत करवाई, बिना अनुमति टूर्नामेंट आयोजित किए और कथित रूप से करोड़ों रुपये का गबन किया। कहा जा रहा है कि कुमरिया को पूर्व कांग्रेस मंत्री का समर्थन प्राप्त है। AAP सांसद संजीव अरोड़ा के रिश्तेदार ने भी उपायुक्त से शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन अवैध साम्राज्य अब भी बेखौफ जारी है। दिवंगत विधायक गुरप्रीत गोगी ने नगर निगम को कुमरिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन उनकी असामयिक मृत्यु के बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। कुमरिया लुधियाना जिला क्रिकेट एसोसिएशन (LDCA) के सचिव भी रह चुके हैं। उनके कार्यकाल में लाखों रुपये के गबन के आरोप लगे थे। शिकायतें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तक पहुंची, जिन्होंने जांच के आदेश दिए। जब Vigilance विभाग ने जांच शुरू की, कुमरिया ने इस्तीफा दे दिया। इस मामले एकाएक उठने के पीछे पंजाब बैडमिंटन एसोसिएशन के दस दिन बाद होने वाले चुनाव बताए जा रहे हैं। कुमरिया पंजाब बैडमिंटन एसोसिएशन के मौजूदा सेक्रेटरी है और इस बार भी पे इस पद पर खड़ा होने की तैयारी में हैं।
आरोप- एक धोखाधड़ी संगठन: लुधियाना बैडमिंटन एसोसिएशन
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि लुधियाना बैडमिंटन एसोसिएशन केवल नाम मात्र का संगठन है।
- इसका कोई संविधान नहीं है
- कोई बैंक खाता नहीं है
- कोई बैलेंस शीट, ऑडिटर, चुनाव या कार्यकारी बैठकें नहीं होतीं
- मात्र छह आजीवन सदस्य हैं और यह संगठन पिछले 20 वर्षों से एक बंद क्लब की तरह चलाया जा रहा है
अनुपम कुमरिया (सचिव) ,मोहिंदर सिंह ग्रेवाल (अध्यक्ष), बिरींदर जीत सिंह (कोषाध्यक्ष), विपिन प्रशार, जय प्रकाश धंड (उपाध्यक्ष) और चरणजीत सिंह (तकनीकी सलाहकार) के रूप में पिछले 15-20 सालों से बिना चुनावों के लुधिअना बैडमिंटन एसोसिएशन चला रहे है।
सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा
लुधियाना बैडमिंटन एसोसिएशन के आधिकारिक पत्राचार के लिए सरकारी संपत्ति शास्त्री बैडमिंटन हॉल का पता मुख्यालय के रूप में उपयोग किया जा रहा है, वह भी बिना किसी कानूनी अनुमति के। खिलाड़ियों से प्रवेश शुल्क और दान के नाम पर लाखों रुपये वसूले जा रहे हैं और वह भी नकद में, बिना किसी रसीद के। कुमरिया दावा करता है कि लुधियाना बैडमिंटन अकादमी मुफ्त कोचिंग देती है, लेकिन बैंक रिकॉर्ड से खुलासा हुआ है कि खिलाडियों के माता-पिता से "दान" के नाम पर लाखों रुपये अकादमी को दिए गए है। टूर्नामेंट से मिलने वाली स्पॉन्सरशिप और प्रवेश शुल्क सीधे अकादमी के बैंक खातों में जमा होते हैं, जबकि यह संगठन बिना किसी किराए के सरकारी संपत्ति का मुफ्त उपयोग कर रहा है।
हालांकि इस मामले में अनुपम कुमरिया के गोवा में होने वाले मास्टर बैडमिंटन टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के चलते उनसे बात नहीं हो पाई। लेकिन इस बारे में अध्यक्ष मोहिंदर सिंह ग्रेवाल ने बताया कि कब्जे जैसी कोई बात नहीं है। लुधियाना बैडमिंटन एसोसिएशन को पंजाब बैडमिंटन एसोसिएशन से एफिलेशन प्राप्त हैं और एसोसिएशन का काम टूर्नामेंट करवा अच्छा प्लेयर को चुना स्टेट व नेशनल स्तर पर भेजने का काम हैं। उन्होंने कहा कि हमारा कोई बैंक अकाउंट नहीं, लेकिन टूर्नामेंट की प्लेयर एंट्री में उनके पास जो फंड आता है, उसकी बकायदा रसीद कटती है। यहीं फंड फिर टूर्नामेंट और प्लेयर्स को इनाम देने पर खर्च होता है। वहीं इस हॉल लुधियाना बैडमिंटन एकेडमी अनुपम कुमरिया की ओर से चलाई जाती है और उस बारे वे ही कुछ अधिक बता सकते हैं।
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